दिल्ली,21 नवंबर(राजदार टाइम्स): भारतीय विदेश मंत्रालय ने पाकिस्तानी उच्चायोग के अधिकारी को तलब कर कड़ी आपत्ति जताई है। नगरोटा मुठभेड़ को लेकर भारत ने सख्त रवैया अपनाया है। विदेश मंत्रलाय ने बयान जारी करते हुए कहा कि भारत ने पाकिस्तान को उसके सरजमीं पर चल रहे आतंकी गतिविधियों को बंद करने को लेकर कड़ी चेतावनी दी है। उल्लेखनिय है कि जम्मू-कश्मीर के नगरोटा में गत गुरुवार को मुठभेड़ के दौरान सुरक्षा बलों ने बड़ी मात्रा में हथियारों और गोला-बारूद के साथ घाटी में घुसने की कोशिश कर रहे जैश-ए-मुहम्मद के चार आतंकियों को मार गिराया था। जिसके बाद इसके पीछे 26/11 जैसे आतंकी हमले की साजिश का पर्दाफाश हुआ। साजिश उजागर होने के बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सुरक्षा तैयारियों की समीक्षा भी की। प्रधानमंत्री ने सुरक्षा बलों की सतर्कता की प्रशंसा करते हुए कहा कि उन्होंने जम्मू-कश्मीर में लोकतांत्रिक प्रक्रिया बाधित करने के खतरनाक मंसूबे फिर नाकाम कर दिए हैं। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने कहा कि जैश-ए-मुहम्मद से जुड़े चारों आतंकियों के मारे जाने और उनके पास बड़ी मात्र में हथियारों और गोला-बारूद की मौजूदगी उनके खतरनाक मंसूबों का साफ संकेत देती है, लेकिन सुरक्षा बलों की सतर्कता ने उनके मंसूबों को ध्वस्त कर दिया। सूत्रों के अनुसार, बैठक में प्रधानमंत्री ने साफ कर दिया कि जमीनी स्तर पर लोकतांत्रिक प्रक्रिया बाधित करने के पाकिस्तान के मंसूबों को किसी भी हालत में सफल नहीं होने देना चाहिए और इसके लिए सुरक्षा एजेंसियों को हर संभव कदम उठाने चाहिए। उन्होंने इस सिलसिले में सभी सुरक्षा एजेंसियों के बीच बेहतर तालमेल की जरूरत पर भी बल दिया। 

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